कोविड-19! निष्कर्ष ! अतार्किक, अविवेक पूर्ण एवं परस्पर विरोधाभासी! परंतु सत्यता के निकट! :राजीव खंडेलवाल
( लेखक कर सलाहकार एवं पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष हैं ) कोरोनावायरस संक्रमण काल से एक दो चीजें अच्छी और बुरी दोनों उभर के सामने आई हैं। उस पर भी आपके ध्यान देने की आवश्यकता है। सर्वप्रथम " जानलेवा परसेप्शन ". ( अनुभूति ) के साथ फैल रही कोरोनावायरस के बावजूद कालाबाजारी करने वाले लोग भी इस आपदा काल में भी प्रधानमंत्री के " आपदा को अवसर " बनाने के " मंत्र " ( जबकि प्रधानमंत्री जी ने " सोउद्देश्य अवसर " की बात कही थी ) का शाब्दिक अक्षरस : पालन करते हुए दूसरों की जान की परवाह किए बिना यहां भी नहीं चुके हैं। प्रारंभ में कोविड टेस्ट इंजेक्शन , फिर वैक्सीन , रेडमीसेलर इंजेक्शन व अन्य आवश्यक एंटीबायोटिक दवाइयां और अब ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के साथ एंबुलेंस , टैक्सी , बस भाड़ा मे कई गुना मुनाफाखोरी बढ़ गई है। बाकी अन्य सामान्य कालाबाजारी को ...